स्कैनर ( Scanner ) इसका प्रयोग पेपर पर लिखे हुए डेटा या छपे हुए चित्र ( Image ) को डिजिटल रूप में परिवर्तित करने के लिए करते हैं। यह एक ऑप्टिकल इनपुट डिवाइस है जो इमेज को इलेक्ट्रॉनिक रूप में बदलने के लिए प्रकाश को इनपुट की तरह प्रयोग करता है और फिर चित्र को डिजिटल रूप में बदलने के बाद कम्प्यूटर में भेजता है।
स्कैनर का प्रयोग किसी दस्तावेज ( Documents ) को उसके वास्तविक रूप में स्टोर करने के लिए किया जा सकता है , जिससे उसमें आसानी से कुछ बदलाव किया जा सके।
स्कैनर निम्न प्रकार के होते हैं –
( i ) हैण्ड हेल्ड स्कैनर ( Hand Held Scanner ) ये आकार में काफी छोटे और हल्के होते हैं, जिन्हें आसानी से हाथ में रखकर भी डॉक्यूमेण्ट को स्कैन किया जा सकता है। यदि किसी डॉक्यूमेण्ट को स्कैन करना हो तो डॉक्यूमेण्ट के अलग – अलग भागों को स्कैन करना पड़ता है। लेकिन आकार में छोटा और हल्का होना इसका एक महत्वपूर्ण फायदा है।
( ii ) फ्लैटबेड स्कैनर्स ( Flatbed Scanner ) ये काफी बड़े और महँगे स्कैनर होते हैं तथा काफी उच्च गुणवत्ता के चित्र उत्पन्न करते हैं। इसमें एक समतल पटल ( Flat Surface ) होता है जिस पर डॉक्यूमेण्ट को रखकर स्कैन किया जाता है। यह बिल्कुल उसी तरह कार्य करता है जिस तरह फोटोकॉपी मशीन पर पेज रखकर फोटोकॉपी करते है। यह एक बार में पूरा एक पेज स्कैन करता है।
( iii ) ड्रम स्कैनर ( Drum Scanner ) ये माध्यम आकार ( Medium Size ) के स्कैनर होते हैं। इनमें एक घूमने वाला ड्रम होता है। पेपर या शीट को स्कैनर में इनपुट देते हैं और स्कैनर में लगा ड्रम पूरे पेज पर घूमता है, जिससे पूरा पेज स्कैन हो जाता है। यह बिल्कुल फैक्स मशीन की तरह कार्य करता है।
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