MP Board Class 9th Social Science Solutions Chapter 3 भारत : स्थिति एवं भौतिक विभाग
Table of content (TOC)
MP Board Class 9th Social Science Solutions Chapter 3 भारत : स्थिति एवं भौतिक विभाग
MP Board Class 9th Social Science Chapter 3 पाठान्त अभ्यास
MP Board Class 9th Social Science Chapter 3 वस्तुनिष्ठ प्रश्न
सही विकल्प चुनकर लिखिए
प्रश्न 1.
भारत का मानक समय निर्धारित होता है
(i) 72° पूर्व देशान्तर से
(ii) 80° 30′ पूर्व देशान्तर से
(iii) 82° 30′ पूर्व देशान्तर से
(iv) 85′ पूर्व देशान्तर से।
उत्तर:
(iii) 82° 30′ पूर्व देशान्तर से
प्रश्न 2.
भारत में कर्क रेखा किस राज्य से होकर नहीं गुजरती है? (2018)
(i) गुजरात
(ii) महाराष्ट्र
(iii) छत्तीसगढ़
(iv) मध्य प्रदेश।
उत्तर:
(ii) महाराष्ट्र
प्रश्न 3.
देश का सबसे बड़ा केन्द्र शासित क्षेत्र है
(i) अण्डमान निकोबार द्वीप समूह
(ii) दादरा और नागर हवेली
(iii) लक्षद्वीप,
(iv) पाण्डिचेरी।
उत्तर:
(i) अण्डमान निकोबार द्वीप समूह
प्रश्न 4.
भारतीय प्रायद्वीप पठार किस प्रकार की चट्टानों से बना है?
(i) परिवर्तित चट्टानों से,
(ii) अवसादी शैलों से
(iii) अत्यन्त प्राचीन चट्टानों से
(iv) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(iii) अत्यन्त प्राचीन चट्टानों से
सत्य/असत्य
प्रश्न 1.
भारत के दक्षिण में हिंद महासागर है।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 2.
उत्तर पश्चिम राज्यों को सात बहनें कहा जाता है। (2018)
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 3.
अंडमान निकोबार द्वीप समूह अरब सागर में स्थित है।
उत्तर:
असत्य।
MP Board Class 9th Social Science Chapter 3 अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत को किन-किन नामों से जाना जाता है? (2014, 18)
उत्तर:
भारत को आर्यावर्त, हिन्दुस्तान और इण्डिया नाम से जाना जाता है।
प्रश्न 2.
भारत का क्षेत्रफल लिखिए।
उत्तर:
भारत का कुल क्षेत्रफल 32,87,263 वर्ग किमी है।
प्रश्न 3.
भारत में कितने राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश हैं? (2010, 14, 16, 18)
उत्तर:
भारत में 29 राज्य तथा 7 केन्द्र शासित प्रदेश हैं।
प्रश्न 4.
भारत के दो द्वीपीय पड़ोसी देशों के नाम लिखिए।
उत्तर:
मालद्वीप और इण्डोनेशिया।
प्रश्न 5.
पूर्वी तट पर स्थित किन्हीं दो झीलों के नाम लिखिए। (2017)
उत्तर:
इस तट पर चिल्का, कोलेरू एवं पुलीकट झीलें हैं।
प्रश्न 6.
भारत के किन द्वीपों का निर्माण प्रवालों द्वारा हुआ है? (2016)
उत्तर:
प्रवाल (मुंगे) के निक्षेपों से बने इन द्वीपों को एटॉल कहा जाता है।
प्रश्न 7.
हिमालय पर्वतमाला के दो प्रमुख शिखरों के नाम लिखिए। (2013, 15)
उत्तर:
हिमालय पर्वतमाला के दो सर्वोच्च शिखर माउण्ट एवरेस्ट एवं कंचनजंघा हैं।
प्रश्न 8.
पश्चिम से पूर्व तक भारत का विस्तार कितना है?
उत्तर:
पूर्वी-पश्चिमी विस्तार 2,933 किलोमीटर है।
MP Board Class 9th Social Science Chapter 3 लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत की भौगोलिक स्थिति का महत्त्व समझाइए। (2009)
उत्तर:
भारत विषुवतरेखा के उत्तर में 8°4′ उत्तरी अक्षांश से 37°6′ उत्तरी अक्षांश तक तथा 68°7′ पूर्वी देशान्तर से 97°25′ पूर्वी देशान्तर के मध्य स्थित है। इस प्रकार सम्पूर्ण भारतवर्ष उत्तरी गोलार्द्ध या पूर्वी गोलार्द्ध में स्थित है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि पूर्वी गोलार्द्ध में भारत की स्थिति लगभग केन्द्रीय है। इसके निम्न महत्त्व हैं :
- केन्द्रीय स्थिति के कारण भारत अन्तर्राष्ट्रीय जलमार्गों का केन्द्र है।
- हिन्द महासागर के शीर्ष पर स्थित होने के कारण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया महाद्वीपों से जुड़ा है।
- भारत के तीन ओर समुद्री तटरेखा होने के कारण प्राकृतिक बन्दरगाहों की सुविधा है।
- केन्द्रीय स्थिति के कारण भारत पूर्व से पश्चिम के अन्तर्राष्ट्रीय वायुमार्गों का संगम स्थल है। इस प्रकार अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार की दृष्टि से भारत की भौगोलिक स्थिति अच्छी है।
प्रश्न 2.
भारत के उत्तर के विशाल मैदान का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
उत्तर का विशाल मैदान :
भारत का उत्तरी मैदान हिमालय तथा प्रायद्वीपीय पठार से निकलने वाली नदियों द्वारा बहाकर लायी हुई मिट्टी से बना है। इसके निर्माण में सिन्धु नदी तन्त्र तथा गंगा-ब्रह्मपुत्र नदी तन्त्र का सर्वाधिक योगदान है। इसे गंगा और ब्रह्मपुत्र का मैदान भी कहते हैं। यह मैदान पूर्व से पश्चिम तक 3200 किमी लम्बा तथा पश्चिम में 500 किमी चौड़ा और पूर्व में 150 किमी चौड़ा है। यह लगभग एक सपाट मैदान है और इसके उच्चावच में बहुत कम अन्तर है। यहाँ की उपजाऊ मृदा, उपयुक्त जलवायु तथा पर्याप्त जल आपूर्ति कृषि कार्य के विकास में बहुत सहायक है। यह सघन जनसंख्या वाला क्षेत्र है। इसे तीन भाग में बाँट सकते हैं –
- पश्चिमी मैदान :
इसका विस्तार पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में है। इसका ढाल उत्तर-पूर्व से दक्षिण-पश्चिम की ओर है। इसका पश्चिमी भाग मरुस्थल है इसे थार मरुभूमि कहते हैं। लूनी यहाँ की प्रमुख नदी है। यमुना के पश्चिम में सतलज, व्यास और रावी नदियाँ बहती हैं। - मध्यवर्ती मैदान :
इसे गंगा का मैदान कहते हैं। इसका ढाल पश्चिम से पूर्व की ओर है। जिस क्षेत्र में बाढ़ का पानी प्रतिवर्ष पहुँचता है, उसे खादर और जहाँ नहीं पहुँचता है उसे बांगर कहते हैं। हिमालय से लगे भाग को तराई कहते हैं। यहाँ की मृदा जलोढ़ है। - पर्वी मैदान :
यह मैदान 650 किमी लम्बा एवं लगभग 100 किमी चौड़ा है। इसे ब्रह्मपुत्र का मैदान भी कहते हैं। इसका ढाल उत्तर-पूर्व से दक्षिण-पश्चिम की ओर है।
प्रश्न 3.
दक्कन के पठार का संक्षिप्त वर्णन कीजिए। (2009)
उत्तर:
दक्कन का पठार विशाल पठार का बहुत बड़ा भाग है। इसकी आकृति त्रिभुजाकार है। दक्कन पठार का निर्माण आग्नेय शैलों से हुआ है। इस पठार के उत्तरी भाग का ढाल उत्तर की ओर है। इस क्षेत्र की प्रमुख नदियों में चम्बल, सिन्धु, बेतवा, केन, सोन व दामोदर हैं, जो गंगा एवं गंगा की सहायक नदियों से मिल जाती हैं। पश्चिम की ओर बहने वाली नर्मदा व ताप्ती नदियाँ दरार घाटियों से होकर बहती हुई अरब सागर में जा मिलती हैं। दक्कन के पठार का ढाल पूर्व की ओर है। कावेरी-पेनार, कृष्णा, गोदावरी और महानदी इसके जल-निकास का काम करती हैं। ये सभी नदियाँ बंगाल की खाड़ी में मिलती हैं। पठार के उत्तर-पश्चिमी भाग में काली मृदा का विकास हुआ है। यह मृदा बहुत ही उपजाऊ तथा कपास की खेती के लिए उपयोगी है। भारत के पठारी भाग में खनिज सम्पदा के विशाल भण्डार हैं। इनमें कोयला, लोहा, अभ्रक, बॉक्साइट, ताँबा, मैंगनीज आदि प्रमुख हैं। इन खनिजों पर देश का आर्थिक व औद्योगिक विकास निर्भर करता है। दक्कन पठार की नदियाँ जल शक्ति के विकास में सहायक हुई हैं।
प्रश्न 4.
भारतवासियों के लिए हिमालय का क्या महत्त्व है? लिखिए। (2008, 09, 12, 13)
अथवा
“हिमालय भारत के लिए वरदान है।” सत्यापन कीजिए।
उत्तर:
हिमालय का महत्त्व –
- हिमालय की स्थिति के कारण ही सम्पूर्ण भारत की जलवायु उष्ण कटिबन्धीय है।
- हिमालय पर्वत श्रेणी के कारण भारत में स्पष्ट रूप से ऋतु-चक्र चलता है।
- हिमालय पर्वत शीत ऋतु में उत्तर-पूर्व एशिया से आने वाली ठण्डी और शुष्क पवनों को रोककर भारत को अधिक ठण्डा और शुष्क होने से बचाता है।
- ग्रीष्म ऋतु में दक्षिण-पश्चिम मानसून पवनों को रोककर भारतीय उपमहाद्वीप में वर्षा करने में सहायक होता है।
- हिमालय पर्वतीय क्षेत्रों में चूने का पत्थर, बलुआ पत्थर, संगमरमर, जड़ी-बूटी एवं खनिज तेल के भण्डार पाये जाते हैं।
प्रश्न 5.
बांगर व खादर भूमि में अन्तर समझाइए। (2008, 09, 12)
उत्तर:
बांगर व खादर भूमि में अन्तर
बांगर भूमि | खादर भूमि |
1. यह उत्तरी मैदान की उच्च भूमि है जो प्राचीन निक्षेपों से निर्मित है। इसमें कंकड़ भी पाये जाते हैं। | 1. यह उत्तरी भारत के मैदानों की निचली भूमि है। इनमें काँप मिट्टी पाई जाती है। |
2. ऊँचाई के कारण बाढ़ का जल यहाँ तक नहीं पहुँचता। | 2. यह सम्पूर्ण भाग बाढ़ का मैदान है। |
3. इसमें जल तल की गहराई अधिक होती है। | 3. इसमें भूमिगत जल स्तर ऊँचा होता है। |
4. इसका विस्तार पंजाब उत्तर प्रदेश में अधिक पाया जाता है। | 4. इसका विस्तार पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, नवीन झारखण्ड राज्य व पश्चिम बंगाल में है। |
प्रश्न 6.
पूर्वी तटीय मैदान का संक्षिप्त वर्णन कीजिए। (2009)
उत्तर:
पूर्वी तटीय मैदान-पूर्वी तटीय मैदान का विस्तार बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली महानदी, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी नदी के डेल्टा प्रदेश में है। यहाँ उपजाऊ काँप मिट्टी मिलती है। इस तट पर चिल्का, कोलेरु एवं पुलीकट झीलें हैं। उत्तरी भाग के तट को उत्तरी सरकार और दक्षिणी भाग को कोरोमण्डल तट कहते हैं।
MP Board Class 9th Social Science Chapter 3 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत को कितने भौतिक विभागों में विभाजित किया जा सकता है? किसी एक का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
भारत के भौतिक विभाग
भारत विभिन्न स्थलाकृतियों वाला एक विशाल राष्ट्र है। भारत में हर प्रकार की भू-आकृतियाँ पायी जाती हैं; जैसे-पर्वत, पठार, मैदान, नदी घाटी, मरुस्थल, द्वीप समूह। प्रकृति द्वारा प्रदत्त इन स्थलाकृतियों के आधार पर भारत को निम्न भौतिक विभागों में बाँटा गया है –
- उत्तरीय पर्वतीय प्रदेश
- उत्तर का विशाल मैदान
- प्रायद्वीपीय पठार
- तटीय प्रदेश
- द्वीप समूह।
प्रायद्वीपीय पठार :
यह पठार प्राचीन गोंडवाना लैण्ड का अंग है जो कभी भी सागर तल में नहीं डूबा। उत्तरी मैदान के दक्षिण में एक त्रिभुजाकार रूप में तीन ओर समुद्र से घिरा हुआ दक्षिण का पठार फैला हुआ है। इस पठार का आधार उत्तर एवं शीर्ष दक्षिण में है। क्षेत्रफल की दृष्टि से प्रायद्वीपीय पठारी क्षेत्र देश का सबसे बड़ा भौतिक प्रदेश है। प्रायद्वीपीय पठार को दो उपभागों अर्थात् मध्यवर्ती उच्च भूमि तथा दक्कन के पठार में विभाजित किया जा सकता है।
प्रश्न 2.
भारत की स्थिति व विस्तार का वर्णन कीजिए।
अथवा
भारत के उत्तर में कौन-कौन से देश स्थित हैं? नाम बताइए। (2010) [संकेतः ‘विस्तार’ शीर्षक में देखें।
उत्तर:
भारत की स्थिति-भारत विषुवत्रेखा के उत्तर में 8°4′ उत्तरी अक्षांश से 37°6′ उत्तरी अक्षांश तक तथा 68°7′ पूर्वी देशान्तर से 97°25′ पूर्वी देशान्तर के मध्य स्थित है। इस प्रकार सम्पूर्ण भारतवर्ष उत्तरी गोलार्द्ध या पूर्वी गोलार्द्ध में स्थित है। कर्क रेखा 23° (उत्तरी अक्षांश) इसके मध्य से होकर गुजरती है और भारतवर्ष को दो भागों –
- महाद्वीपीय भारत या उत्तरी भारत
- उष्ण कटिबन्धीय भारत या दक्षिणी भारत में बाँटती है। इसी प्रकार 82° पूर्वी देशान्तर देश के मध्य से होकर गुजरती है।
विस्तार :
भारत का उत्तर-दक्षिण विस्तार 3214 किमी तथा पूर्व पश्चिम विस्तार 2933 किमी है। इसकी स्थलीय सीमा 15,200 किमी एवं कुल समुद्री सीमा 7,516.6 किमी है। इसका क्षेत्रफल 32,87,263 वर्ग किमी है। यह विश्व का सातवाँ बड़ा देश है। भारत के उत्तर-पश्चिम में पाकिस्तान, अफगानिस्तान, उत्तर में चीन, नेपाल एवं भूटान, पूर्व में बांग्लादेश, म्यांमार व दक्षिण में श्रीलंका है।
प्रश्न 3.
हिमालय पर्वतीय क्षेत्र का वर्णन कीजिए।
अथवा
आन्तरिक हिमालय पर टिप्पणी लिखिए। (2008) [संकेत-महान या आन्तरिक हिमालय शीर्षक देखें।]
उत्तर:
हिमालय की पर्वत श्रेणियाँ भारत के उत्तर में अर्द्ध चाप के आकार में उत्तर-पश्चिम, उत्तर तथा उत्तर-पूर्व की सीमा बनाती हैं। इनकी लम्बाई 2,400 किमी है। चौड़ाई 150 से 400 किमी है। विस्तार तथा ऊँचाई के आधार पर हिमालय को तीन भागों में बाँट सकते हैं –
(1) महान या आन्तरिक हिमालय :
यह हिमालय की सबसे ऊँची और सबसे लम्बी श्रेणी है। इसे प्रधान हिमालय और हिमाद्रि भी कहते हैं। इसकी औसत ऊँचाई 6000 मीटर है। यह अत्यन्त दुर्गम क्षेत्र है, किन्तु इसमें जोजिला, कराकोरम, शिपकी, नाथूला आदि कई दरें हैं जिनसे होकर इनको पार किया जा सकता है। इस क्षेत्र में हिमालय के कई ऊँचे शिखर मिलते हैं। मुख्य पर्वत शिखर माउण्ट एवरेस्ट, कंचनजंघा, धौलागिरी, नंगा पर्वत और नंदा देवी हैं।
(2) मध्य हिमालय या हिमालय :
यह महान हिमालय के दक्षिण में उसके लगभग समान्तर फैला हुआ है। इसकी ऊँचाई 3,700 मीटर से 4,500 मीटर के बीच है तथा औसत चौड़ाई 50 किलोमीटर है। सभी प्रमुख पर्वतीय नगर जैसे डलहौजी, धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश), नैनीताल (उत्तराखण्ड), दार्जिलिंग (पश्चिमी बंगाल) इसी पर्वत श्रेणी पर हैं। कश्मीर की पीरपंजाल तथा हिमाचल प्रदेश की धौलाधार श्रेणी, मध्य हिमालय के ही भाग हैं। नेपाल की महाभारत श्रेणी भी इसी का भाग है। यहाँ चूने का पत्थर एवं स्लेट की चट्टानें मिलती हैं।
(3) शिवालिक हिमालय :
हिमालय की दक्षिणतम श्रेणी को बाहरी हिमालय या शिवालिक हिमालय कहते हैं। इनकी औसत ऊँचाई 900 से 1100 मी तथा चौड़ाई 10 से 50 किमी है। हिमालय के पश्चिमी अर्द्ध भाग में यह श्रेणी बहुत अधिक स्पष्ट है। यह पर्वत श्रेणी जलोढ़ अवसादों से बनी है। इनकी शैलें ठोस नहीं हैं। लघु हिमालय और शिवालिक श्रेणी के बीच अनेक घाटियाँ हैं जिन्हें पूर्व में ‘द्वार’ और पश्चिम में ‘दून’ कहा जाता है।
प्रश्न 4.
प्रायद्वीपीय पठार का वर्णन कीजिए। (2009)
उत्तर:
प्रायद्वीपीय पठार प्रायद्वीपीय पठार विशाल मैदान के दक्षिण में स्थित है। यह भारत का सबसे प्राचीन भू-भाग है। यह बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिन्द महासागर द्वारा तीन ओर समुद्र से घिरा हुआ है, अतः इसे प्रायद्वीप कहा जाता है।
इसकी औसत ऊँचाई 600 से 900 मीटर है। यह त्रिभुजाकार क्षेत्र के रूप में विस्तृत है। इसका विस्तार अरावली पर्वत से राजमहल की पहाड़ियों तक तथा शीर्ष कन्याकुमारी की ओर है। इसका ढाल पश्चिम से पूर्व की ओर है। यह भूखण्ड गोण्डवाना लैण्ड का अंग है। क्षेत्रफल की दृष्टि से प्रायद्वीपीय पठारी क्षेत्र देश का सबसे बड़ा भौतिक प्रदेश है। प्रायद्वीपीय पठार को दो उपभागों अर्थात् मध्यवर्ती उच्च भूमि तथा दक्कन के पठार में विभाजित किया जा सकता है।
(1) मध्यवर्ती उच्चभूमि :
प्रायद्वीपीय भू-भाग के उत्तरी भाग को मध्यवर्ती उच्च भूमियाँ कहते हैं। यह भाग कठोर, आग्नेय तथा कायान्तरित शैलों का बना हुआ है। उत्तरी पश्चिम भाग अरावली पहाड़ियों द्वारा घिरा हुआ है, जो प्राचीन वलित पर्वत के अवशिष्ट हैं। मध्यवर्ती उच्च भूमि की दक्षिणी सीमा विध्यांचल पर्वतों तथा उनके पूर्वी विस्तार कैमूर पहाड़ियों से निर्धारित होती है। अमरावती तथा विध्यांचल पर्वतों के मध्य में मालवा – का पठार स्थित है। यहाँ पर बेतवा, पार्वती, काली सिन्ध, चम्बल और माही नदियाँ बहती हैं। इसके पूर्वी भाग को दक्षिण, उत्तर प्रदेश में बुन्देलखण्ड तथा बघेलखण्ड के नाम से पुकारते हैं। दक्षिण बिहार में इसे छोटा नागपुर पठार के नाम से जाना जाता है। दक्षिण की ओर से आने वाली यमुना और गंगा की सहायक नदियाँ इसका जल बहाकर ले जाती हैं। इस पठार में खनिज के असीम भण्डार हैं।
(2) दक्कन का पठार :
दक्कन का पठार विशाल पठार का बहुत बड़ा भाग है। इसकी आकृति त्रिभुजाकार है। दक्कन पठार का निर्माण आग्नेय शैलों से हुआ है। इस पठार के उत्तरी भाग का ढाल उत्तर की ओर है। इस क्षेत्र की प्रमुख नदियों में चम्बल, सिन्धु, बेतवा, केन, सोन व दामोदर हैं, जो गंगा एवं गंगा की सहायक नदियों से मिल जाती हैं। पश्चिम की ओर बहने वाली नर्मदा व ताप्ती नदियाँ दरार घाटियों से होकर बहती हुई अरब सागर में जा मिलती हैं। दक्कन के पठार का ढाल पूर्व की ओर है। कावेरी-पेनार, कृष्णा, गोदावरी और महानदी इसके जल-निकास का काम करती हैं। ये सभी नदियाँ बंगाल की खाड़ी में मिलती हैं।
पठार के उत्तर-पश्चिमी भाग में काली मृदा का विकास हुआ है। यह मृदा बहुत ही उपजाऊ तथा कपास की खेती के लिए उपयोगी है। भारत के पठारी भाग में खनिज सम्पदा के विशाल भण्डार हैं। इनमें कोयला, लोहा, अभ्रक, बॉक्साइट, ताँबा, मैंगनीज आदि प्रमुख हैं। इन खनिजों पर देश का आर्थिक व औद्योगिक विकास निर्भर करता है। दक्कन पठार की नदियाँ जल शक्ति के विकास में सहायक हुई हैं।
प्रायद्वीपीय पठार अत्यन्त प्राचीन चट्टानों से बना होने के कारण खनिज पदार्थों में धनी है। कर्नाटक में सोना, मध्य प्रदेश में हीरा, संगमरमर, चूने का पत्थर और मैंगनीज, आन्ध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में कोयला तथा बिहार एवं ओडिशा में लोहा पाया जाता है। महाराष्ट्र काली मृदा के कारण कपास की खेती के लिए प्रसिद्ध है। दक्षिण-पश्चिमी प्रायद्वीप पठार मसाले, चाय व कॉफी उत्पादन के लिए जाना जाता है। यहाँ जल विद्युत् उत्पादन की भी सम्भावनाएँ हैं। इसी पठारी प्रदेश में ऊटकमण्ड, पंचमढ़ी, महाबलेश्वर आदि महत्त्वपूर्ण स्थान हैं।
प्रश्न 5.
टिप्पणी लिखिए-भारतीय तटवर्ती क्षेत्र, भारतीय द्वीप समूह।
उत्तर:
भारतीय तटवर्ती क्षेत्र-भारतभूमि सीमा लगभग 15,200 किमी है। मुख्य भूमि, लक्षद्वीप समूह और अण्डमान निकोबार द्वीप समूह के समुद्र-तट की कुल लम्बाई (कुल तट रेखा) 7516.6 किमी है। पूर्वी तट रेखा बंगाल की खाड़ी में गंगा डेल्टा से कुमारी अन्तरीप तक विस्तृत है। पूर्वी तट रेखा के उत्तरी भाग को उत्तरी सत्कार और दक्षिणी भाग को कारोमण्डल तट कहते हैं। पश्चिमी तट रेखा का विस्तार अरब सागर के किनारे है। इसके उत्तर में काठियावाड़ तथा मध्य में कोंकण तट और दक्षिण में मालाबार तट स्थित है। हमारे समुद्री पड़ोसी देश दक्षिण में श्रीलंका और मालद्वीप हैं। अण्डमान निकोबार द्वीप समूह के पूर्व में इण्डोनेशिया स्थित है।
भारतीय द्वीप समूह :
भारत के द्वीपीय समूहों-लक्षद्वीप तथा अण्डमान व निकोबार द्वीप समूह की उत्पत्ति अलग प्रकार से हुई है। केरल के तट के निकट अरब सागर में छोटे-छोटे द्वीपों का एक समूह है जिन्हें लक्षद्वीप समूह कहते हैं। ये सभी प्रवाल द्वीप हैं, अर्थात् इनकी रचना अल्पजीवी सूक्ष्म प्रवाल जीवों के सतत् और शान्त प्रयत्नों के द्वारा हुई है। ये प्रवाल जीव उथले एवं कोष्ण जल में ही भली-भाँति पनपते हैं। इनमें से अनेक द्वीपों की आकृति घोड़े की नाल या अँगूठी के समान है। इन्हें एटॉल या प्रवालद्वीपीय वलय कहते हैं। इनके विपरीत अण्डमान निकोबार द्वीप बड़े तथा संख्या में अधिक है। इनमें से कुछ की उत्पत्ति ज्वालामुखी उद्गार से हुई है। अण्डमान द्वीप एवं निकोबार द्वीप समूह में ज्ञात एवं अज्ञात कुल द्वीपों की संख्या लगभग 300 है। यह द्वीप समूह लगभग 8249 वर्ग किमी में फैले हैं। इन द्वीप समूहों का देश की सामरिक सुरक्षा की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण स्थान है।
मानचित्र पठन
भारत के मानचित्र का अध्ययन कर निम्नांकित के विषय में लिखिए। –
प्रश्न 1.
भारत की उत्तरी सीमा का अक्षांशीय विस्तार।
उत्तर:
37°6′.
प्रश्न 2.
उन राज्यों के नाम जिनकी सीमाएँ चीन से मिलती हैं।
उत्तर:
जन्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, सिक्किम एवं अरुणाचल प्रदेश।
प्रश्न 3.
उन राज्यों के नाम जिनसे होकर कर्क रेखा गुजरती है।
उत्तर:
छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, झारखण्ड व गुजरात।
प्रश्न 4.
बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली नदियों के नाम।
उत्तर:
गंगा, गोदावरी, महानदी, कृष्णा, कावेरी।
प्रश्न 5.
हिमालय में स्थित कोई तीन दरों के नाम।
उत्तर:
काराकोरम, नाथुला, बोमडिला।
MP Board Class 9th Social Science Chapter 3 अन्य परीक्षोपयोगी प्रश्न
MP Board Class 9th Social Science Chapter 3 वस्तुनिष्ठ प्रश्न
बहु-विकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
विश्व के क्षेत्रफल का कितना भू-भाग भारत में है?
(i) 1.25 प्रतिशत
(ii) 1.89 प्रतिशत
(iii) 2.42 प्रतिशत
(iv) 3.42 प्रतिशत।
उत्तर:
(iii) 2.42 प्रतिशत
प्रश्न 2.
पूर्वी मैदान को कहते हैं
(i) पश्चिमी मैदान
(ii) ब्रह्मपुत्र मैदान
(iii) मध्यवर्ती मैदान
(iv) उपर्युक्त में कोई नहीं।
उत्तर:
(ii) ब्रह्मपुत्र मैदान
प्रश्न 3.
भारत में कितने राज्य हैं? (2017)
(i) 15
(ii) 20
(iii) 29
(iv) 301
उत्तर:
(iii) 29
रिक्त स्थान पूर्ति
- भारत उत्तरी गोलार्द्ध में एशिया महाद्वीप के ………… में स्थित है।
- ………… भारत को लगभग दो बराबर भागों में बाँटती है। (2014)
- क्षेत्रफल की दृष्टि से ………… सबसे बड़ा राज्य है।
- भारत और श्रीलंका के बीच …………. खाड़ी है। (2008)
- प्रवाल (मूंगे) के निक्षेपों से बने इन द्वीपों को …………. कहा जाता है।
उत्तर:
- दक्षिणी भाग
- कर्क रेखा
- राजस्थान
- मन्नार की
- एटॉल।
सत्य/असत्य
प्रश्न 1.
भारत एवं श्रीलंका के मध्य मन्नार की खाड़ी स्थित है। (2008)
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 2.
कर्क रेखा भारत को दो भागों में बाँटती है। (2008)
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 3.
देश में तहसीलों की संख्या 6,38,588 है। (2015)
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 4.
उत्तर-पश्चिम के सात राज्यों को “सात बहनें” कहा जाता है। (2017)
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 5.
भारत के दक्षिण में हिन्द महासागर है। (2016)
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 6.
क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत विश्व का सातवाँ बड़ा देश है। (2017)
उत्तर:
सत्य
सही जोड़ी मिलाइए
उत्तर:
- → (घ)
- → (ङ)
- → (ग)
- → (ख)
- → (क)
एक शब्द/वाक्य में उत्तर
प्रश्न 1.
भारत का क्षेत्रफल लिखिए। (2014, 16)
उत्तर:
32,87,263 वर्ग किमी
प्रश्न 2.
उत्तर-पूर्व के सात राज्यों को क्या कहा जाता है?
उत्तर:
सात बहनें
प्रश्न 3.
बाढ़ के मैदानों की नवीन जलोढक। (2015)
उत्तर:
खादर
प्रश्न 4.
भारत की स्थल सीमा कितनी है?
उत्तर:
15,200 किमी
प्रश्न 5.
भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे प्राचीनतम भू-भाग कैना-सा है?
उत्तर:
विशाल प्रायद्वीप पठार
प्रश्न 6.
वे शैल जो मैग्मा के पृथ्वी के भीतर जम जाने से बनती है, क्या है?
उत्तर:
ग्रेनाइट
प्रश्न 7.
भारत एवं श्रीलंका के मध्य कौन-सी खाड़ी है? (2018)
उत्तर:
मन्नार की खाड़ी।
MP Board Class 9th Social Science Chapter 3 अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत में सबसे बड़ा व सबसे छोटा जिला कौन-सा है?
उत्तर:
सबसे बड़ा जिला कच्छ (गुजरात) एवं सबसे छोटा जिला माहे (पुदुचेरी) है।
प्रश्न 2.
हिमाचल पर्वत की रचना लिखिए।
उत्तर:
हिमालय पर्वत, सिन्धु नदी से लेकर पूर्व में ब्रह्मपुत्र तक फैला है। इन दो सीमाओं के बीच इसकी आकृति, एक चाप के समान है। हिमालय की लम्बाई 2400 किमी है।
प्रश्न 3.
परिवर्तित सेल क्या हैं?
उत्तर:
पूर्व निर्मित आग्नेय या अवसादी शैलों पर अधिक दबाव या ताप के अवसाद का कारण भौतिक तथा रासायनिक परिवर्तन द्वारा बनी नई शैल।
प्रश्न 4.
उच्चावच किसे कहते हैं?
उत्तर:
धरातल या समुद्र की तलहटी पर प्राकृतिक रूपरेखा में पाए जाने वाले ऊँचाइयों के अन्तर को उच्चावच कहते हैं।
प्रश्न 5.
गोंडवाना लैण्ड क्या है? (2011, 15, 17)
उत्तर:
ये प्राचीन विशाल महाद्वीप पैंजिया का दक्षिणतम भाग है जिसमें आज के अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया तथा अंटार्कटिका शामिल हैं।
प्रश्न 6.
भारत की उन दो नदियों के नाम बताइए जो अपने मुहाने पर ज्वारनदमुख बनाती हैं ?
उत्तर:
नर्मदा और ताप्ती नदी।
MP Board Class 9th Social Science Chapter 3 लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
मध्यवर्ती मैदान हिमालय पर्वत का ‘उपहार’ क्यों कहा जाता है?
उत्तर:
मध्यवर्ती मैदान भारत के लगभग एक चौथाई क्षेत्रफल को घेरे हुए है। यहाँ भारत की लगभग 45 प्रतिशत जनसंख्या वास करती है। सिन्धु, सतलज, गंगा, ब्रह्मपुत्र नदियों द्वारा बहाकर लाई गई मृदा से बना होने और सिंचाई की सुविधा के कारण यह मैदान हिमालय पर्वत का ‘उपहार’ कहलाता है। उत्तरी मैदान कृषि की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है। यहाँ जनसंख्या बाहुल्य है। नहरों, सड़कों और रेलों का जाल बिछा है। यह मैदान सभ्यता की जन्मभूमि रहा है। अमृतसर, कुरुक्षेत्र, मथुरा, वृन्दावन, प्रयाग, काशी आदि तीर्थस्थल इसी मैदान में स्थित हैं।
प्रश्न 2.
पश्चिमी तटीय मैदान व पूर्वी तटीय मैदान में अन्तर स्पष्ट कीजिए। (2008)
उत्तर:
पश्चिमी तटीय मैदान व पूर्वी तटीय मैदान में अन्तर
पश्चिमी तटीय मैदान | पूर्वी तटीय मैदान |
1. इनका विस्तार अरब सागर के सहारे है। | 1. इनका विस्तार बंगाल की खाड़ी के सहारे है। |
2. पश्चिमी तट पर बहुत से लैगून और एस्चुरियाँ पायी जाती हैं। नर्मदा और ताप्ती नदियों की एस्चुरियाँ विशेष उल्लेखनीय हैं। | 2. पूर्वी तट पर अनेक विस्तृत डेल्टा हैं। महानदी कृष्णा, गोदावरी, कावेरी आदि नदियों के डेल्टा प्रसिद्ध हैं। |
3. यह मैदान सँकरा है। | 3. इस मैदान की चौड़ाई अधिक है। |
4. पश्चिमी तट के साथ लगने वाले घाट अपेक्षाकृत ऊँचे हैं। | 4. पूर्वी तट के साथ लगने वाले ऊँचे नहीं हैं। |
MP Board Class 9th Social Science Chapter 3 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
टिप्पणी लिखिए
(1) उत्तर का पर्वतीय प्रदेश
(2) तटीय प्रदेश।
उत्तर:
(1) उत्तर का पर्वतीय प्रदेश :
भारत की उत्तरी सीमा पर वृहद् हिमालय विश्व की सबसे ऊँची व बनावट के दृष्टिकोण से नवीन वलित पर्वत श्रृंखला है। ये शृंखलाएँ पश्चिम-पूर्व दिशा में सिन्धु से लेकर ब्रह्मपुत्र तक फैली हैं। हिमालय 2400 किमी की लम्बाई में फैले एक धनुषाकार आकृति का निर्माण करता है। विस्तार एवं ऊँचाई के आधार पर हिमालय को तीन भागों में बाँट सकते हैं-
- महान या आन्तरिक हिमालय
- मध्य हिमालय, तथा
- शिवालिक श्रेणी।
(2) तटीय प्रदेश :
प्रायद्वीपीय पठार कच्छ से उड़ीसा तक तटीय मैदानों की एक सँकरी पट्टी से घिरा हुआ है। इस तटीय मैदान को इनकी बनावट में अन्तर के कारण इसे दो भागों में पश्चिमी तथा पूर्वी तटीय भागों में विभक्त किया जाता है। पश्चिमी तटीय मैदान अरब सागर के सहारे-सहारे गुजरात से केरल तक फैला हुआ है। यह मैदान सँकरे हैं, इन्हें उत्तरी भाग में कोंकण और गोवा के दक्षिण में मालाबार तटीय मैदान कहते हैं। पूर्वी तट-यह पश्चिमी तट की अपेक्षा अधिक चौड़े और समतल हैं। यहाँ उपजाऊ काँप मृदा मिलती है।